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आज दो दिवसीय 121 गोपाष्टमी महोत्सव सह वार्षिक सभा का उद्घाटन मुख्य अतिथि अनन्या मित्तल (उपायुक्त, पश्चिम सिंहभूम, चाईबास

Date: 01 November 2022  Chaibasa, Jharkhand, India.                                            आज दो दिवसीय 121वां गोपाष्टमी महोत्सव सह वार्षिक सभा का उद्घाटन मुख्य अतिथ अनन्य मित्तल   (उपायुक्त, पश्चिम सिंहभूम, चाईबासा) द्वारा, 01 नवंबर 2022 को गोशाला मंच, चाईबासा में शाम 6:18 बजे किया गया! इस अवसर पर श्री आशुतोष शेखर, (पुलिस अधीक्षक, पश्चिम सिंहभूम), श्री शशीन्द्र कुमार बड़ाईक , (सदर,उप प्रभागीय मजिस्ट्रेट/न्यायाधीश ), श्री  दिलीप खलखो (अनुमंडल पुलिस अधिकारी), श्री राजेश कुमार चौधरी (जिला खेल अधिकारी), बड़कुंवर गगराई, (पूर्व मंत्री सह बीजेबी सदस्य)राजकुमार साह, ललित शर्मा, अनूप सुल्तानिया (उद्योगपति),गीता बालमुचु (चाईबासा नगर निगम की पूर्व अध्यक्ष), चाईबासा चैंबर के सदस्य गण और स्थानीय निवासी उपस्थित थे।इस अवसर पर, श्रेष्ठ गौ सेवा करने वालों को पुरस्कृत किया गया। जहांकि उपस्थित अतिथिगण स्मृति चिह्न दिया गया।मंच संचालन संजय चौबे ने किया। अतिथियों ने गोपाष्टमी उत्सव के संबंध में अपना बहुमूल्य भाषण दिया। अंत में, श्री ललित शर्मा ने इस वार्षिक उत्सव को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन और गोपाष्टमी महोत्सव के कार्यकारी आयोजक को धन्यवाद दिया।                                                                                                इस दो दिवसीय मेले में, गौशाला परिसर, चाईबासा, झारखंड में भगवान कृष्ण और गायों की पूजा की गई। इस मेले का मुख्य आकर्षण झारखंड राज्य और पड़ोसी राज्यों के विभिन्न ग्रामीण,शहरी व्यापारियों की भागीदारी थी। ग्रामीण व्यापारी आमतौर पर हर साल इस मेले में विभिन्न प्रकार के घरेलू सामान जैसे हस्तशिल्प, मिठाई, गन्ना, खिलौने और गहने आदि बेचते हैं। हर साल की तरह इस दो दिवसीय ऐतिहासिक मेले में उत्साही आगंतुक घरेलू सामान खरीदने, अस्थायी मनोरंजन पार्क में फेरिस व्हील, ड्रैगन-कोस्टर राइड आदि का आनंद लेने के साथ-साथ आधी रात तक पैदल चलने का आनंद लेने में तल्लीन थे। झारखंड के, इस सबसे बड़े मेले के आयोजन स्थल पर आगंतुकों की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा प्रदान की थी। चाईबासा गौशाला लगभग 53 एकड़ में स्थित है। यहां करीब 400 गाय और बछड़े हैं, जिनमें से 90 गाय दूध देती हैं। लाभकारी संगठन चाईबासा गौशाला में एक पशु चिकित्सक सहित लगभग 40 कर्मचारी हैं, जिसकी स्थापना वर्ष 1901 में चाईबासा के प्रसिद्ध व्यवसायी बनारसी दास पासारी द्वारा की गई थी। इस आदिवासी बहुल इलाके में उन्होंने गौ पालन के प्रति लोगों की रुचि बढ़ाने के लिए इस गौशाला की स्थापना की थी। आगंतुक पुस्तिका के अनुसार 27 अगस्त 1925 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने चाईबासा गौशाला का दौरा किया था। #chaibasa #गोपाष्टमी  #गौशाला  News coverage and photography/Video by : Mihir Ranjan


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